डा. शमीम शर्मा जेसीडी विद्यापीठ की निदेशक बनीं
सिरसा,(थ्री स्टार): डा. शमीम शर्मा जो माता हरकी देवी कॉलेज ओढ़ां के प्रिंसीपल पद पर कार्यरत हैं, ने जेसीडी विद्यापीठ सिरसा के निदेशक पद का कार्यभार संभाल लिया है। कुछ दिनों पहले रिक्त इस प द का चार्ज लेकर उन्होंने विद्यापीठ के सभी कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक को संबोधित करते हए कहा कि जेसीडी विद्यापीठ ने हरियाणा तथा निकट क्षेत्रों में व्यावसायिक शिक्षा, खेल तथा अन्य पाठान्तर गतिविधियों में ख्याति अर्जित की है। इसे हम न केवल बरकरार रखेंगे अपितु नए कीर्तिमान बनाएंगे। उल्लेख्य है कि डा. शमीम शर्मा कुरुक्षेत्र वि. वि. से पीएचडी हैं। वहीं शिक्षा ग्रहण करते हुए उन्होंने समाज सेवा, एमए तथा एमफिल में तीन गोल्ड मैडल प्राप्त कर हैट्रिक बनाया। उनकी करीब दस पुस्तकें प्रकाशित हैं तथा दो दैनिक समाचार पत्रों में वे बरसों से ''चौपाल से" कॉलम लिख रही हैं। हाल ही में 'हरियाणा एन्साइक्लोपीडिया' का दस खंडों में सम्पादन उनका ऐतिहासिक कार्य है। समाज सेवा डा. शर्मा के लिए मात्र शौक नहीं है, निष्ठा है। वे 30 बार रक्तदान कर चुकी हैं। उड़ीसा की बाढ़ तथा गुजरात की भूकंप आपदा में वहां जाकर उन्होंने यथेष्ट सहायता प्रदान की। सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक तथा लंबे समय से शिक्षा से जुड़ी डा. शमीम शर्मा विद्यापीठ के कत्र्तव्यशील स्टाफ एवं अनुशासित विद्यार्थियों के सहयोग से विद्यापीठ के स्तर को नई ऊंचाईयों की ओर ले जाने के लिए कृत संकल्प हैं।
द का चार्ज लेकर उन्होंने विद्यापीठ के सभी कॉलेजों के प्राचार्यों की बैठक को संबोधित करते हए कहा कि जेसीडी विद्यापीठ ने हरियाणा तथा निकट क्षेत्रों में व्यावसायिक शिक्षा, खेल तथा अन्य पाठान्तर गतिविधियों में ख्याति अर्जित की है। इसे हम न केवल बरकरार रखेंगे अपितु नए कीर्तिमान बनाएंगे। उल्लेख्य है कि डा. शमीम शर्मा कुरुक्षेत्र वि. वि. से पीएचडी हैं। वहीं शिक्षा ग्रहण करते हुए उन्होंने समाज सेवा, एमए तथा एमफिल में तीन गोल्ड मैडल प्राप्त कर हैट्रिक बनाया। उनकी करीब दस पुस्तकें प्रकाशित हैं तथा दो दैनिक समाचार पत्रों में वे बरसों से ''चौपाल से" कॉलम लिख रही हैं। हाल ही में 'हरियाणा एन्साइक्लोपीडिया' का दस खंडों में सम्पादन उनका ऐतिहासिक कार्य है। समाज सेवा डा. शर्मा के लिए मात्र शौक नहीं है, निष्ठा है। वे 30 बार रक्तदान कर चुकी हैं। उड़ीसा की बाढ़ तथा गुजरात की भूकंप आपदा में वहां जाकर उन्होंने यथेष्ट सहायता प्रदान की। सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक तथा लंबे समय से शिक्षा से जुड़ी डा. शमीम शर्मा विद्यापीठ के कत्र्तव्यशील स्टाफ एवं अनुशासित विद्यार्थियों के सहयोग से विद्यापीठ के स्तर को नई ऊंचाईयों की ओर ले जाने के लिए कृत संकल्प हैं।
 
 
 
 

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