प्रधानमंत्री तत्काल त्यागपत्र दें : चोपड़ा
सिरसा,(थ्री स्टार): प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अविलम्ब त्यागपत्र दें अन्यथा राष्ट्रपति तत्काल उन्हें प्रधानमंत्री पद से बरखास्त करें। यह शब्द भाजपा हरियाणा के प्रदेश उपाध्यक्ष जगदीश चोपड़ा ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मुख्य सतर्कता आयुक्त पी.जे. थॉमस की नियुक्ति रद्द करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहे। चोपड़ा ने स्मरण कराया कि सी.वी.सी. की नियुक्ति प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में गृहमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष पर आधारित तीन सदस्य समिति द्वारा की जाती है जबकि नेता प्रतिपक्ष ने इस नियुक्ति पर असहमति व्यक्त करते हुए घोर आपत्ति दर्ज कराई थी। इसके बावजूद थॉमस की नियुक्ति अवांछित, अनुचित एवं अनैतिक ही नहीं बल्कि कानून से खिलावाड़ था। चोपड़ा के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस नियुक्ति को असंवैधानिक एवं गैरकानूनी करार देना वास्तव में प्रधानमंत्री पर सीधा प्रहार है जिसके बाद मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। देश के लोकतांत्रिक इतिहास में यह अपूर्व एवं अभूतपूर्व निर्णय है। चोपड़ा ने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष की घोर आपत्ति के बावजूद सी.वी.सी. की नियुक्ति इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि केन्द्र में यू.पी.ए. सरकार भ्रष्टाचार की जनक ही नहीं बल्कि पोषक भी है। चोपड़ा ने मनमोहन सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार रिकार्ड स्तर पर है। टू-जी स्पैक्ट्रम, कॉमनवेल्थ गेम्स, आदर्श सोसायटी घोटाला, एस. बैंड स्कैम और अंत में सी.वी.सी. नियुक्ति पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय इस सरकार के ताबूत पर आखिरी कील साबित होगा। चोपड़ा ने कहा कि पद ग्रहण करते समय प्रधानमंत्री संविधान की रक्षा की शपथ लेेते हैं परन्तु सर्वोच्च न्यायालय ने सी.वी.सी. प्रकरण में प्रधानमंत्री के कृत्य को गैरकानूनी ही नहीं बल्कि असंवैधानिक करार दिया है जिससे प्रधानमंत्री स्वयं दोषी हो गए हैं। अत: प्रधानमंत्री को इस पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। इस असंवैधानिक एवं गैरकानूनी कृत्य का सिर्फ एक ही व्यक्ति जिम्मेवार है और वह प्रधानमंत्री ही हैं। चोपड़ा ने मांग की कि प्रधानमंत्री तुरन्त त्यागपत्र देकर पूरे देश से इस अक्षम्य अपराध के लिए माफी मांगें तथा उसकी प्रायश्चित करें।
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