Wednesday, February 15, 2012

समर्थ गुरू रामदास जयन्ती के पूर्व संध्या पर गोष्ठी आयोजित

सिरसा,(थ्री स्टार): समर्थ गुरू रामदास जयन्ती एवं महर्षि दयानन्द जयन्ती की पूर्व संध्या पर श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय के सभागार में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य द्रोण प्रसाद कोईराला, प्राध्यापक दिनेश कुमार, हनुमान शर्मा, स्मिता शर्मा व देवबाला ने दोनों महापुरूषों के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण करके किया गया। तत्पश्चात महाविद्यालय के छात्र रामदेव ने समर्थ गुरू रामदास की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सूर्या जी के ठोसर लाडले, बाल्यकाल के नारायण तथा अपनी आध्यात्मिक प्रयोगशाला में छत्रपति शिवाजी जैसे शिष्य उत्पन्न करने वाले समर्थ गुरू रामदास ने भारतीय संस्कृति एवं जनजीवन दर्शन का समालोचनात्मक अध्ययन करके 'जय-जय रघुवीर समर्थÓ का नारा दिया। उन्हानेें अध्यात्म रामकथा की रचना की जो आज भी वाल्मीकि रामायण को पढऩे के बाद उत्पन्न होने वाले प्रश्नों का समाधान स्वरूप है। कार्यक्रम मेंं महर्षि दयानन्द जयन्ती के विषय में महाविद्यालय के प्राचार्य ने भी विस्तृृत रूप में जानकारी दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, प्राध्यापिकाएं व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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